बीड. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जीतेंद्र आव्हाड का एक बयान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच खटास पैदा कर सकता है। बुधवार शाम को राकांपा नेता आव्हाड ने इंदिरा गांधी के लिए कहा कि उन्होंने भी लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास किया था। जिसके कारण जेपी आंदोलन हुआ और उन्हें सत्ता से हाथ धोना पड़ा था। मंत्री की यह टिप्पणी सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन से जोड़कर देखी जा रही है।
आव्हाड यहां बीड में आयोजित संवैधानिक रक्षा महासभा को संबोधित कर रहे थे, जिसमें बॉम्बे हाइकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बीजी कोलसे पाटिल, कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना अबू तालिब रहमानी भी शामिल थे। आव्हाड ने कहा- 'इंदिरा गांधी ने भी लोकतंत्र का गला घोंटा था। कोई भी उनके खिलाफ बोलने के लिए तैयार नहीं था। इसके बाद अहमदाबाद और पटना में प्रदर्शन शुरू हुआ और जेपी आंदोलन की शुरूआत हुई। जिसके कारण उनकी हार हुई। महाराष्ट्र और देश में इतिहास अपने आप को दोहराएगा।' आव्हाड ने वर्तमान स्थिति की तुलना हिटलरशाही से करते हुए प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह पर निशाना साधा।